हर कोई चाहता है अपना घर ऐसी जगह पर बनाना जहा खुशिओ का माहौल हो | लेकिन क्या मंदिर के पास घर अच्छा है या बुरा  ?

वास्तु के हिसाब से अगर हमारा  घर किसी मंदिर के पास होता है तो हमारी ज़िंदगी में दिक्कत और परेशानिया आना  शुरू हो जाती है। यह एक बहुत बड़ा दोष भी माना जाता है।  

जब भी किसी मंदिर में किसी मूर्ति की स्थापना की जाती है तो उनमे बहुत से  पूजा और मंत्रो का उच्चारण होता है. जिसके प्रवाभ से मूर्तियों में एक तेज  सा आ जाता है.   

इसीलिए भारी मात्रा में ऊर्जाओं की उपस्थिति के कारण आपको अपने घर में शांति नहीं मिलती. और आप परेशान होते रहते है    

अगर आपके घर में बच्चो की परीक्षा के दिन चल रहे हो तो मंदिरो में लगे बड़े  बड़े स्पीकर्स में दिन रात चल रहे पाठ पूजा के कारण पढ़ना मुश्किल हो जाता है

किसी खास दिन मंदिर में भंडारा चल रहा हो. तो भंडारे के कारण लोग वहा पर कचरा फैला देते है. ऐसा द्रृश् देख कर आपका मन कभी शांत नहीं होगा. 

आप किसी भी धार्मिक स्थान को देखे तो उनके अंदर एक टॉम्ब बना हुआ मिलेगा. इसकी एक बहुत बड़ी वजह है. मंदिर में बहुत सारी प्राथनाए होती है और बहुत सारा दुःख उन प्राथनायो में होता है.  

क्या आपको पता है सब प्राथनाए टॉम्ब के ज़रिये कॉसमॉस में चले जाती है. जिस वजह से मंदिर के ऊपर के स्थान की ऊर्जा  नकरात्मक होने लगती है. यह ही ऊर्जा घरो को प्रभावित करती  है. 

शास्त्रों में यह वर्णन किया गया है की किसी भी मंदिर की छाया हमारे भवन के  ऊपर नहीं पड़नी चाहिए. जिस मकानों में यह पढ़ती है बह ज़िंदगी में कभी आगे नहीं बढ़ पाते.  

किसी भी जगह पर भवन का निर्माण करते समय यह देखे आपका घर मंदिर से कम से कम 30 मीटर दूर होना चाहिए. इससे घर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा 

ऐसे और भी मंदिर के साथ कई बाते जुडी हुई है. जिन्हे जानने के लिए आप हमसे हमारी वेबसाइट के जरिये जुड़ सकते है.