जब कोई कही माकन या जमीन खरीदने जाता है तो सबसे पहले वह वास्तु को ध्यान में रखते हुए हमेशा उत्तर-पूरब दिशा वाले माकन की मांग रखता है। ऐसी दिशा वाले माकन वास्तु के हिसाब से सबसे पवित्र माने जाते है जिन्हे हम ईशान कोण कहते है और जहा जल तत्व पाया जाता है। north east facing house vastu in hindi लेख में हम आपको बताने जा रहे है क कैसे वास्तु के हिसाब ईशान कोण वाले घर होने चाहिए।
ईशान कोण मुखी घर का नक्शा (north east facing house vastu in hindi)
कहने को तो यह वाले घर बहुत अच्छे होते है। लेकिन वास्तु के हिसाब से ऐसे घर को बनाना बहुत मुश्किल होता है। आपकी एक गलती आपको भरी नुकसान की और लेजा सकती है। इसलिए इनका नक्शा बहुत ही साबधानी से बनाना चाहिए।

रसोई घर को कहा बनाये उत्तर-पूरब कोण मुखी घर में
पहले तो यह जान ले रसोई घर को आपने उतर-पूरब दिशा में बिलकुल नहीं बनाना है। रसोई घर हमे दक्षिण-पूरब की दिशा में बनाना है। इसे बनाने के लिए जब आप उतर या पूरब के दरवाजे से घर में अंदर को आते हो तो पूरब की दिवार के साथ आपको दक्षिण -पूरब दिशा में रसोई घर को बनाना है।
खाना पकाते समय किस तरफ मुख होना चाहिए
रसोई घर बताये हुई दिशा के अनुसार रखने से आपका मुख खाना बनाते समय दक्षिण-पूरब दिशा में होना चाहिए। क्योकि खाना पकाते समय आपका मुख या तो पूरब दिशा में हो या फिर दक्षिण दिशा में।
पानी का सिंक किस दिशा में हो
रसोई घर में पानी के सिंक की दिशा हमेशा उतर-पूरब दिशा होनी चाहिए। ऐसा करने से आपकी रसोई घर वास्तु के हिसाब से बिलकुल ठीक बन जाएगी। जिससे बाद में आपको कोई तोड़ फोड़ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मास्टर बैडरूम कहा बनाये ईशान कोण मुखी घर में
उतर-पूरब दिशा वाले घर में आप बड़ी आसानी से मास्टर बैडरूम को दक्षिण-पक्षिम कोण दिशा में बना सकते हो। जो वास्तु के हिसाब से बहुत उतम मानी जाती है। और घर में जो सबसे बड़ा सदस्य कमाने वाला उसे इस कमरे में सोना चाहिए।
बेटे का कमरा कहा बनाये
दक्षिण-पक्षिम में घर के मुखिया का कमरा बनाने के बाद अब बेटे का कमरा आपको पक्षिम में बनाना है। यह प्लानिंग ईशान कोण वाले घर में बिलकुल ठीक बैठेगी।
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बाथरूम और टॉयलेट कहा बनाये ईशान कोण मुखी घर में
जैसे अपने एक बैडरूम दक्षिण-पक्षिम दिशा में बनाया है और दूसरा पक्षिम दिशा में अब ऐसी स्थिति में दोनी कमरों को टॉयलेट देना अनिवार्ये है। वैसे तो शास्त्रों में टॉयलेट बनाने का कोई उल्लेख नहीं है। मगर आजकल के जमाने में इसका घर में होना आवश्यक है। इसलिए आप टॉयलेट को घर की पक्षिम दिशा में ऐसे बनायेगे की वहा पर दोनों कमरों को सहूलियत दे सकते है।
सीढिया कहा बनाये
घर की सीढिया का वास्तु के हिसाब से ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। मगर ईशान कोण वाले घर में सीढिया कभी बी आप घर के सेण्टर में और उतर-पूरब में नहीं रख सकते। वास्तु में इसकी दो ही उत्तम दिशा मानी गयी है। पहली है दक्षिण और दूसरी है पक्षिम।अब अपने पक्षिम में पहले ही बैडरूम और टॉयलेट बना दिया है तो वहा पर इनको बनाना मुमकिन नहीं होगा।
अब आप सीढियो को घर की उतर-पक्षिम कोने की दिशा में बनाये गए। ऐसे करने से अगर आपका घर का दरवाजा उतर दिशा में है तो आप के अंदर आते ही सीढिया घर के आगे बन जाएगी। जिससे अगर आप आगे जा कर अपने ऊपर की मंजिल अगर किराये पर चढ़ानी होगी तो आपको आसानी हो जाएगी।
घर की लॉबी की जगह
यह बात ध्यान में रखे आपको घर की लॉबी में किसी बी प्रकार की रचना नहीं करनी है। न तो वह पर किसी प्रकार का कोई पिलर हो न ही कोई दीवार। अगर हो सके तो आप वह पर मंदिर का निर्माण कर सकते है।
मंदिर का निर्माण कहा करे
जैसे हमने बताया है आप अपने घर में मंदिर घर के सेण्टर में बना सकते है। और दूसरी सबसे उत्तम जगह होती है उतर-पूरब। इन दोनों जगह में आप मंदिर या पूजा घर का निर्माण कर सकते है।
FAQ (north east facing house vastu in hindi)
क्या हम ईशान कोण वाले घर के आगे सीढिया बना सकते है ?
उतर-पूरब दिशा में सीढ़ियों का होना सबसे बड़ा वास्तु दोष माना जाता है। अगर आप सीढिया इस दिशा में बनाते हो तो यह दिशा ऊंची हो जाती है। लेकिन वास्तु के हिसाब से उतर-पूरब दिशा हमेशा हलकी होनी चाहिए।
घर के मुख्य द्वार कहाँ होना चाहिए
उतर-पूरब दिशा वाले घर तो अच्छे होते है पर इसका मतलब यह नहीं होता क आप उसका दरवाजा ईशान कोने में लगा दो। आपको इस बात का ख्याल रखना है ऐसे घर में मुख्य द्वार हमेशा पूरब दिशा में होना चाहिए। इसके इलावा आप पूरब दिशा से होकर उतर दिशा में बी घर का मुख्य दरवाजा बना सकते है। शास्त्रों के हिसाब से इससे आपको कोई हानि नहीं होगी।
क्या हम ईशान कोण वाले घर के आगे रसोई बना सकते है ?
अकसर जब हम घर बनाते है तो सबसे पहली मांग तो यही होती है क हमे रसोई घर के सबसे पहले चाहिए। ता जो घर में आने जाने वालो का घर की औरतो को पता हो। पर वास्तु के हिसाब से ईशान कोण में रसोई घर का होना एक वास्तु दोष माना जाता है जिसका ध्यान हम घर का नक्शा बनाते समय रखना चाहिए।
घर में रंग कौन सा करे
घर में रंगाई का काम शुरू करने से पहले यह ध्यान में रखे की घर में आपको हमेशा हलके रंगो का इस्तेमाल करना है। कही बी भारे और भड़कीले रंगो का इस्तेमाल न करे। लेकिन अगर आप भारे रंगो का इस्तेमाल करना चाहते है तो आप उसे दक्षिण दिशा में कर सकते है। मगर ध्यान रखे वहा पर अपने हरा और नीले रंग का इस्तेमाल नहीं करना है।
पानी की टंकी किस दिशा में रखे
पानी की टंकी को आप पक्षिम दिशा में रख सकते है। इससे आपको कोई नुक्सान नहीं होगा। क्योकि पक्षिम दिशा वरुण देवता का स्थान है जिन्हे जल का देवता कहा जाता है।
भूमिगत जल टैंक कहा बनाये
इस विशे में लोग सबसे बड़ी गलती करते है। जैसे लोगो ने पढ़ा है भूमिगत पानी की टंकी उतर-पूरब दिशा में होनी चाहिए तो लोग कोने में गढ़ा खोद देते है ऐसा बिलकुल नहीं करना। आपको हमेशा भूमिगत पानी को उतर दिशा में बनाना है। ता जो एते जाते समय उस पर किसी का पैर न पड़े।
इन सब के इलावा ऐसे कई वास्तु प्रश्न होते है ईशान कोण वाले माकन के लिए। जिनके वारे में जानने के लिए आपको एक प्रबल वास्तु ज्ञानी से जरूर मदद लेनी चाहिए। यह सब मुख्य सवाल थे जिनके वारे में जानना बहुत जरूरी है।
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